वो इज्जत और प्यार की हकदार है.......

Women's  Day पर मेरी ये रचना..... 


गुलाब का दिन एक है,
और औरत का दिन अनेक है,


औरत है गुलाब की खुशबू जैसी,
कोमल है उसकी गरिमा ऐसी,


औरत मान है, सम्मान है, अभिमान है,
औरत स्वाभिमान है, गुणवान है, महान है,


वो इज्जत और प्यार की हकदार है,
मुस्कुराना और जीना उसका अधिकार है,


औरत रिश्तें बनाती है, निभाती है, संजोती है,
रिश्तों की खुशबू को माला में पिरोती है,


औरत कोमल है, सम्पूर्ण है, सुन्दर है,
औरत दुर्गा है, लक्ष्मी है, काली है,


औरत वो शक्ति है, जो चंडी बन जाती है,
औरत वो प्रेरणा है, जो जीना सिखाती है ||


              लेखक    -Divya Suneja