मुज़फ्फरनगर के लोग भी धनी हुए. गाँधी कॉलोनी से दिखी पूर्ब दिशा मेँ बर्फीली पहड़ियाँ
लोक डाउन मेँ दिखी पहाड़िया बर्फ पहाड़ी भी दिखी.
रविवार 10 मई का दिन सुबह काली घटा और बिजली कि तेज आवाज जनता को डरा गयी.
बिजली कि तेज आवाज से दिन मेँ ही अंधेरा हो गया. लोगो ने दिन मेँ ही घरो कि लाइट जला ली.
दोपहर बाद जैसे ही बारिश के बाद मौसम साफ़ हुआ. अचानक 5 बजे धूप निकली तब गाँधी कॉलोनी से पूर्व कि दिशा मेँ बर्फीली और उची पहाड़िया साफ़ नज़ारा दें रही थी.
23 अप्रैल को भी दूसरी मंजिल से गाँधी कॉलोनी से दिखी थी पहाड़िया.
गाँधी कॉलोनी निवासी रजत दुआ smt विम्मी अरोरा मोहन अरोरा मुनीश कुमार विक्की महेश आदि को भी गाँधी कॉलोनी से शाम 5:30 बजे पहाड़ी साफ़ नज़र आयी. सब उसे कुदरत के नज़ारे कह रहे हे. 300 किलोमीटर दूर कि पहाड़िया मुज़फ्फरनगर से ही नज़र आने लग रही, आखिर ऊपर वाला क्या करने जा रहा हे. एक तरफ कोरोना का विश्व मेँ कहर, वहीँ सबके काम काज ठप्प, ईश्वर खैर करे. 🌈