सभी कलाकारों से निवेदन है, अपना मत अवश्य प्रकट करे तथा अगर आप सहमत है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करे।
सेवा में ,
आदरणीय प्रधानमंत्री महोदय #श्री नरेंद्र मोदी जी
सादर प्रणाम, मैं विजय तिवाड़ी संगीत कलाकार यूनियन की तरफ से आपसे निवेदन करता हु की
देश पर आए इस #कोविड -19 कोरोना संकट की लडाई मे हम सब आपके साथ है, तथा एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक कें आधार पर हम आपके प्रत्येक निर्देश /आदेश के पालन हेतु वचनबद्ध है।
मान्यवर ,
आज जिस भाँति आप देश के अभिभावक की जिम्मेदारी कुशलतापूर्वक निर्वहन कर रहे है , हम भी अपने परिवार के मुखिया की जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुये वर्तमान मे कई संकटो का सामना कर रहे है तथा आगे और भी करनेवाले है।
सर , हम जिस वर्ग से आते है दुर्भाग्य से वो सामान्य वर्ग है । हमारा जिविकोपार्जन किसी भी सरकारी, प्रायवेट या व्यावसायिक – मजदुरी ,नौकरी व रोज़गार से सम्बंधीत नही है,अथवा उपरोक्त किसी भी माध्यम पे आधारीत नही है। मतलब हम सरकारी मदत प्राप्त करनेवाले किसी भी वर्ग/व्यक्ती/समुदाय के तौर पर चिन्हीत नही है।
हम कलाकार है, जी हाँ ,संगीत के क्षेत्र मे वाद्य कलाकार (Musician) है। हमारा पेशा किन्ही भी वर्गो के ,किसी भी खुशी के शुभदिन पर आमंत्रित हो कर ,मंच के माध्यम से लाइव संगीत कार्यक्रम द्वारा मनोरंजन करना व उनके खुशियों मे शामिल हो जाना ही है।नज़राना अथवा पारिश्रमिक के रूप मे जो कुछ भी आमंत्रण धन राशी प्राप्त होती है,उसे मंच पे उस दिन उपस्थित ध्वनी यंत्र संचालक असहित सभी कलाकारो के मध्य बराबर बाँट दी जाती है।मतलब रोज कुँआ खोदना और रोज पानी पीना ।
सभी कलाकार अमीर नही है , खासतौर से Musicians जो वाद्ययंत्र बजाते है जैसे की ढोलक ,तबला, हार्मोनियम , ऑर्गन , बॅन्जो ,गिटार,ड्रम -पॅड इत्यादि इत्यादि। ये वो कलाकार है जो भजन , जागरन , कव्वाली , ओर्केष्ट्रा , स्टेज परफोर्मंस जैसे मे काम कर के अपने परिवार का भरण-पोषण करते है । इसी से हमारे बच्चो की शिक्षा , मेडीकल खर्च ,घर का किराया या घर के लोन के किश्तो का भुगतान इत्यादी मे खर्चे हो जाते है अतएव कोइ मजबुत बैंक बॅलेंस की कल्पना भी नही कर पाते। एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक के नाते देश के वित्त व्यवस्था मे एक अल्प सहयोग हेतु प्रति वर्ष टैक्स का भी भुगतान करते है, प्रत्येक मतदान मे भी रुचि एवम् सहभागिता रखते है ,तथा प्रशाशन द्वारा लागू हर नियमो का अनुशासन सहित पालन भी करते है। समाज मे प्रतिष्ठा व सम्मान के साथ जीवन जीते आ रहे है तथा भारतीय नागरीक के तौर पर जीने का अधिकार रखते है।
कोरोना विपदा के कारण , अकस्मात ही विगत 15 मार्च से सभी पुर्व नियोजित संगीत कार्यक्रम व सभाए रद्द कर दिये गये , जो एहतियान आवश्यक भी था। अतः धन उपार्जन भी बंद हो गया । कुछ धनराशी जो जो शेष बची थी उससे अबतक , मसलन 24-03-2020 तक कमतर खर्चे चलाते रहे,परंतु अब आगे सिर्फ और सिर्फ अंधकार ही अंधकार है। इस कोरोना व्हायरस और सम्पुर्ण भारत मे लॉक डाउन के चलते हम बहोत ही मुश्किल और परेशानी मे है । क्यों की हम स्टेज आर्टिस्ट होने के कारण हमारे पास न ही कोई कार्यक्रम है और ना ही हमारे पास कोई नौकरी या दुकान है। यह लॉक डाउन कबतक चलेगा इसकी कोई खबर नही है ऐसे मे हम कलाकार लोग कहा जायेंगे । जो दुसरो की खुशियो मे शामिल होके उनका मनोरंजन करते है आज उनपर ही दुःख की घडी आई हुयी है।
अगले महिने घर की किश्त देनी है तथा घर के लिये राशन भी लगातार क्रय हो रहा है , बिजलि-पानी के बिल भी जमा करने है जबकी वर्तमान मे आमदनी 00.00 ₹ है । आय का अन्य स्रोत तथा कोई और विकल्प ना होने के कारण चिंता व भय स्वाभाविक है तथा असहनीय भी है। सभी कलाकारों की तरफ से गुजारीश है की कलाकारों की और भी आप लोग ध्यान दे , वरना भारत देश से भारतीय संस्कृति और संगीत खत्म हो जायेगा । जब कलाकार ही खत्म हो जाये तो संस्कृति और संगीत कहा रहेगा ।
हम किसी ऐसे वर्ग से नही आते जिनके लिये राज्य अथवा केंद्र सरकारों द्वारा किसी भी मदत की घोषणा या आश्वासन दिया गया हो ऐसे मे कोइ और उम्मीद कही से दृष्टिगत होती नही दिखती । इसलिये पहली बार आपको अपनी स्थिती , परिस्थिती से अवगत कराने हेतु इस पत्र को माध्यम समझ साहस किया है।
अतः आपसे सविनय प्रार्थना है कि हमारे इस दोहरे / तिहरे संकट पर अवश्य विचार करे तथा वर्तमान संकट की इस घडी मे हमारे एवम् हमारे परिवार के लिये भी आर्थिक सहयोग तथा किसी राहत पॅकेज की घोषना का प्रावधान निच्छित करने की कृपा करे । और भविष्य मे हमारे कला को किसी भी पेशा वर्ग मे पंजीकृत करे या शामिल करने का मार्ग प्रशस्त करने की कृपा करे ।
धन्यवाद !
आपके मार्गदर्शन की प्रतिक्षा मे
समस्त भारतीय कलाकार जन
संगीत वाद्य प्ले करने वालो ने मोदी जी से लगाई गुहार
• Mukesh Dua Mukul